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एक तस्वीर और महिला ने गवां दिए इंश्योरेंस के 7 करोड़ रुपये, ये थी गलती

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द फॉलोअप डेस्क
आयरलैंड की एक महिला ने महज एक तस्वीर के कारण 7 करोड़ रुपए गवां दिए। महिला द्वारा की गई एक गलती के कारण उसे 820,000 डॉलर (7 करोड़) का नुकसान हो गया। दरअसल, महिला ने 7 करोड़ की एक बीमा का दावा किया था। सड़क दुर्घटना में महिला को चोटें आई थी जिसके बाद महिला ने एक बीमा कंपनी पर मुकादमा दायर किया था, जिसे इस तस्वीर को देखने के बाद कोर्ट ने खारिज कर दिया। 


 2017 में महिला एक दुर्घटना का शिकार 
36 वर्षिय महिला कैमिला ग्रैबस्का ने अपने मुकादमे में कहा था कि 2017 में मैं एक दुर्घटना का शिकार हो गई थी। महिला ने दावा किया है कि इस दुर्घटना के बाद वह पूरी तरह से विकलांग हो गई थी। उसकी पीठ और गर्दन पर लगी चोटों ने उसे 5 साल से अधिक समय तक किसी भी तरह का काम करने के लिए असमर्थ बना दिया। महिला ने कहा कि चोट के कारण महिला अपने बच्चों के साथ नहीं खेल पा रही थी। यह कहकर महिला ने बीमा कंपनी पर मुकदमा दायर किया था। हाल ही में कैमिला की एक तस्वीर वायरल होने के बाद उसका दावा कोर्ट की ओर से खारिज कर दिया गया।


अब जानए कहां वायरल हुआ महिला का फोटो
महिला की तस्वीर ग्राफिक नेचर नाम की एक अखबार में छपी थी। फोटो साल 2018 की है। महिला इसमें एक चैरिटी कार्यक्रम में 5 फीट के क्रिसमस ट्री को फेंकते हुए नजर आई थी। द गार्जियन ने आयरिश इंडिपेंडेंट अखबार द्वारा प्रकाशित एक लेख के हवाले से लिखा कि जज ने अदालत में इस बात को कहा कि, यह एक बहुत बड़ा, प्राकृतिक क्रिसमस पेड़ है, और वह इसे बहुत ही तेज गति से फेंक रही है। महिला का पेड़ को इस तरह से फेंकना खुद इस बात की पुष्टि करता है कि इंश्योरेंस क्लेम का दावा पूरी तरह से अतिरंजित था। उस आधार पर, मैं दावे को खारिज करने का प्रस्ताव करता हूं। 


भविष्य की कमाई के नुकसान के लिए मुआवजे की मांग की
जज ने आगे कहा कि क्रिसमस ट्री फेंकने की प्रतियोगिता जीतने के तुरंत बाद, कैमिला ने कथित तौर पर डॉक्टरों से बात की। उसने दावा किया कि उसे इस हद तक दर्द हो रहा है कि अब वो किसी भारी बैग को भी नहीं उठा सकती, और उसने अपनी नौकरी छोड़ दी है। कोर्ट को ये तक बताया गया कि उसे विकलांगता भुगतान भी मिला। बीमा कंपनी के खिलाफ उसके कानूनी दावे ने अतीत और प्रत्याशित भविष्य की कमाई के नुकसान के लिए मुआवजे की मांग की। कैमिला ने कहा कि वह कभी-कभी आधे दिन तक अपना बिस्तर नहीं छोड़ पाती थी और दवा लाने के लिए भी वो अपने पति पर निर्भर रहती थी। इसके अलावा, उसने अपनी चोटों के बारे में झूठ बोलने के आरोप का खंडन किया और अदालत को बताया कि वह 'सामान्य जीवन जीने की कोशिश कर रही थी।